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AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) क्या है, और यह कैसे काम करता है, जानिए इसके फायदे व नुकसान
AI क्या है: आजकल Gemini, Google Bard और ChatGPT जैसे एआई टूल की वजह से AI काफी ज्यादा सुर्खियों में आ गया है। इसलिए हर कोई जानना चाहता है कि एआई क्या है, यह कैसे काम करता है, इसके कितने प्रकार है, और इसके फायदे व नुकसान क्या है?
“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” यानी “कृत्रिम बुद्धिमत्ता”, जिसे मनुष्य द्वारा बनाया गया हो। एआई एक तरह की मशीन है, जो इंसानों की तरह सोचने समझने की ताकत रखती है। आजकल एआई का विकास काफी तेजी से हो रहा है, और हर कोई एआई को बनाने में लगा हुआ है। अब वह दिन दूर नही जब हमारे बीच रोबोट्स होंगे। अनुमान है कि 2030 तक एआई काफी ज्यादा विकसित हो जाएगा, और एआई की बहुत सारी चीज़े हमारे बीच होगी।
चलिए अब मैं आपको बताता हूँ कि AI Kya Hai और यह कैसे काम करता है?
एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) क्या है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का हिंदी अर्थ है, कृत्रिम बोद्धिकत्ता। यह एक तरह की मानव निर्मित कृत्रिम बुद्धि है, जिसकी मदद से कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है। और फिर इस कंप्युटर सिस्टम उन्ही तर्कों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है, जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क कार्य करता है। एआई मानव की तरह सोचने वाली एक मशीन है, जिसका उदाहरण आप “Chappie” जैसी हॉलीवुड मूवी में देख सकते है।
एआई के जनक जॉन मैकार्थी के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, विशेष रूप से बुद्धिमान प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है, अर्थात् एआई मशीनों द्वारा प्रदर्शित किया गया इंटेलिजेंस है। एक एआई के पास मनुष्य की तरह सोचने की क्षमता, समस्या को हल करने की क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता, और मनुष्य की तरह काम करने की क्षमता होती है।
उदाहरण के लिए “Google Gemini“, जो कि बिल्कुल मनुष्य की तरह सोच सकता है, और समस्याओं को हल कर सकता है।
एआई (AI) का जन्म कैसे हुआ – इतिहास
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी की अवधारणा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। इसका आरंभ 1950 के दशक में ही हो गया था। हालांकि इसकी महत्वता को 1970 के दशक में पहचान मिली। जापान ने सबसे पहले एआई प्रोजेक्ट के लिए पहल की थी, और 1981 में फिफ्थ जनरेशन नामक योजना की शुरूआत की थी। इस योजना में सुपर-कंप्यूटर के विकास के लिए 10-वर्षीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी थी।
इसके बाद अन्य देशों ने भी एआई टेक्नॉलोजी पर ध्यान देना शुरू किया। ब्रिटेन ने एक “एल्वी” नामक प्रोजक्ट शुरू किया, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित था। यूरोपीय संघ के देशों ने भी “एस्प्रिट” नामक एक प्रोजेक्ट की शुरूआत की। इसके बाद 1983 में कुछ प्राइवेट संस्थाओं ने मिलकर एक संघ ‘माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी’ की स्थापना की। इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर लागू होने वाली उन्नत तकनीकों, जैसे-Very Large Scale Integrated सर्किट का विकास करना था।
इस तरह एआई के इतिहास का आरंभ हुआ था। एआई का जन्म और विकास 1950 से 1960 बीच हुआ था। इसके बाद 1970 से 1980 तक एआई विंटर और विशेषज्ञ प्रणालियों का उदय हुआ। और फिर 1990 से 2000 के बीच इंटरनेट युग और मशीन लर्निंग का विकास हुआ। इसके बाद 2020 तक इंटरनेट युग और मशीन लर्निंग की काफी सारी एडवांस तकनीकों का विकास हुआ।
इसके बाद सन् 2022 में ChatGPT ने पूरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सेक्टर को ही हीला दिया। और फिर गूगल ने भी अपना एक एआई टूल लॉन्च किया जिसका नाम “Bard” था। लेकिन अभी गूगल ने 2024 की शुरूआत में Gemini को लॉन्च किया, जो सबसे पावरफुल एआई टूल है। यह बिल्कुल इंसानों की तरह सोच और समझ सकता है। इंसानों की तरह सवालों के जवाब भी दे सकता है।
Artificial Intelligence के प्रकार
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई को हम क्षमताओं के आधार पर तीन भागों में बांट सकते हैं।
1. Narrow AI (Weak AI)
नैरो एआई को कमजोर AI के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इसे किसी विशिष्ट कार्य या कार्यों के एक नैरो सेट के लिए डिजाइन या प्रशिक्षित किया जाता है। नैरो एआई किसी विशेष कार्य के लिए उत्कृष्ट है, लेकिन यह सब कुछ नही समझ सकता है। उदाहरण के लिए स्पीच रिकग्निशन सॉफ्टवेयर, जैसे सिरी, एलेक्सा, गूगल असिस्टेंट। इसके अलावा इमेज रिकग्निशन सिस्टम्स, जैसे गूगल फोटो, फेसबुक पर चेहरे की पहचान आदि।
2. Strong AI (आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस)
इसे मजबूत एआई के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह मानव स्तर पर कार्यों की एक विस्तृत श्रृंखला में ज्ञान को समझ, सीख और लागू कर सकता है। इस प्रकार के एआई मनुष्यों के समान Cognitive Abilities का प्रदर्शन कर सकते है। हालांकि अभी तक आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस काफी हद तक theoretical बनी हुई है।
3. Super AI
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सबसे एडवांस प्रकार है, क्योंकि यह ह्यूमन इंटेलिजेंस से भी आगे हैं, और अपने Cognitive Properties के साथ किसी भी कार्य को हमसे बेहतर तरीके से कर सकता है। हालांकि सुपर एआई अभी तक काल्पनिक है, जिसे केवल मूवी में देखा जा सकता है। वैसे Google Gemini के आने के बाद संभावना है कि बहुत जल्द सुपर एआई भी आ जाएगा।
इसके अलावा एआई को Functionality के आधार पर भी कुछ वर्गों में बांटा गया हैं।
1. Reactive AI: इसे रिएक्टिव मशीन के रूप में भी जाना जाता है, जो पूर्वनिर्धारित नियमों और प्रोग्राम की गयी प्रक्रियाओं के आधार पर संचालित होता है।
2. Limited Memory AI: इस प्रकार के एआई सीमित मात्रा में पिछले डेटा या अनुभवों को बनाए रखने और उपयोग करने की क्षमता रखते है। उदाहरण के लिए सेल्फ-ड्राइविंग एआई कार, जो सड़क पर हाल के अनुभवों से सीखती है।
3. Theory of Mind: यह एक एडवांस तकनीक वाला एआई है, जो अभी तक विकसित नही है। इसका उद्देश्य मानव जैसी मानसिक स्थितियों को समझने और अनुकरण करने की क्षमता प्रदान करना है। यह एआई मानवीय भावनाओं, विश्वासों और इरादों को समझना सिखाने वाली मशीनों की तरह होगी।
4. Self-aware AI: यह सबसे एडवांस एआई है, जो अभी केवल काल्पनिक रूप से मौजूद है। यह मशीनों को चेतना की भावना देने जैसा है।
AI (Artificial Intelligence) कैसे काम करता है
एआई या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक तरह की मशीन लर्निंग टेक्नॉलोजी है। यह मनुष्य द्वारा दिए गए डेटा के अनुसार कार्य करता है। मशीन लर्निंग एल्गोरिदम को लिखने और प्रशिक्षित करने के लिए, एआई को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की ज़रूरत पड़ती है। एआई को डिजाइन करने के लिए प्रोगामिंग भाषा का उपयोग किया जाता है, जैसे- Python, R, Java, C++ और जूलिया आदि।
सामान्यतौर पर एआई सिस्टम को काफी बड़ी मात्रा में डेटा दिया जाता है, जिसके आधार पर एआई मनुष्य की तरह सोचने, समझने और प्रतिक्रिया देने जैसे कार्य करता है। अभी एआई को काफी ज्यादा विकसित किया जाता है, ताकि एआई में सीखने, तर्क करने, स्वंय में सुधार करने और रचनात्मकता की क्षमता हो।
उदाहरण के लिए Google Gemini एआई को देख सकते है, जो मनुष्य की तरह सोचता, समझता और प्रतिक्रिया देता है।
एआई के फायदे
वर्तमान में एआई टेक्नॉलोजी काफी तेजी से विकसित हो रही है। इससे मनुष्यों को काफी सारे फायदे मिलेंगे। इसके फायदे निम्नलिखित हैं-
- एआई का सबसे फायदा यह है कि यह कोई भी काम काफी सटिकता से कर सकता है, और मानवीय त्रुटियों को काफी कर सकता है।
- AI बिना रूके हमेशा के लिए काम कर सकता है, और यह मनुष्य की तुनला में काफी अधिक तेजी से सोच सकता है।
- यह काफी एडवांस टेक्नॉलोजी है, जो मनुष्य के साथ मिलकर किसी भी कार्य को काफी हद तक आसान बना देगी।
- एआई का एक अच्छा फायदा यह है कि यह पूर्वाग्रह से मुक्त है, जिससे इनमें अधिक सटीक निर्णय लेने की क्षमता होती है।
- AI की मदद से रोबोट बनाए जा सकते है, जो मनुष्य की ओर से खतरनाक कार्य आसानी से कर सकते है।
- एआई का ऑद्योगिक क्षैत्र में काफी सारे फायदे हैं।
एआई के नुकसान
एआई या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदों के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी है, जिसके बारे में हमें पता होना चाहिए।
- एआई मनुष्य की तरह खुद की सोच को विकसित नही कर सकता है। यह अपनी सीमित सीमा तक ही सोच सकता है।
- मानव बुद्धि की नकल करने वाली मशीन को बनाना कोई छोटी उपलब्धि नही है। इसके लिए बहुत सारा समय और प्रयास लगता है, और इसकी कीमत भी काफी ज्यादा हो सकती है।
- अगर हमारे बीचे एआई रोबोट आ जाते है, तो इससे सभी व्यवसायों की कार्यविधी बदल जाएगी, और बेरोजगारी पैदा हो जाएगी।
- एक एआई सॉफ्टवेयर अधिकांश कठिन और दोहराव वाले कार्यों को स्वचालित करता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए समस्या पेदा कर सकती है।
- मानव के नैतिकता गुणों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता में शामिल करना काफी मुश्किल है। और इसके बिना एआई बेकाबू हो सकते है, और मानव अस्तित्व को खत्म कर सकते है।
एआई का भविष्य क्या है
एआई का भविष्य काफी ज्यादा उज्जवल है। Google Gemini और ChatGPT जैसे एआई टूल को देखकर लगता है कि बहुत जल्दी एआई हमारी काल्पनिक सोच तक पहुंच जाएगा। मतलब अब वह दिन दूर नही, जब हमारे साथ हमारी तरह सोचने वाले रोबोट्स रहेंगे। हमने अब तक जो फिल्मों में देखा है, वह बहुत जल्द हकीकत में बदलने वाला है।
आजकल हर कोई एआई को विकसित करने में लगा हुआ है। AI हमारे भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जो हमारे रहने, काम करने, और खेलने के तरीके को बदल सकता है। एआई मनुष्य की ताकत को काफी गुना बढ़ा सकता है। इससे शिक्षा और विपणन में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे।
Alphabet, Apple, Microsoft और Meta जैसी बड़ी-बड़ी कंपनीयों के लिए एआई उनके कार्यों का एक मुख्य केंद्र बन गया है।
वर्तमान में निम्न तरह के क्षैत्रों में एआई के उदाहरण देखे जा सकते है।
- मैनुफेक्चरिंग रोबोट्स
- ऑटो कार ड्राइविंग
- स्मार्ट असिस्टेंट
- हेल्थकेयर मैनेजमेंट
- ऑटोमेटिक फाइनेंसियल इन्वेस्टिंग
- वर्चुअल ट्रेवल बुकिंग एजेंट
- सोशल मीडिया मॉनिटरिंग
- मार्केटिंग चैटबॉट आदि।
FAQs
AI से जुड़े कुछ सवालों के जवाब भी पढ़े:
Q1. एआई के साथ हमारा भविष्य कैसा होगा?
उत्तर: शिक्षा और औद्योगिक क्षैत्र में ऐआई संभवत: परिवर्तनकारी होगा। इससे हमें शिक्षा में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा एआई के आने से औद्योगिक क्षैत्र की कार्यविधियों में भी काफी बदलाव आएगा। इसके अलावा कुछ बदलाव हमारी दैनिक जिंदगी में भी देखने को मिलेंगे।
Q2. क्या एआई हमारे लिए खतरा बन सकता है?
उत्तर: एआई मनुष्यों की तरह सोचने वाली एक मशीन है, जिससे हमें फायदे और नुकसान दोनों हो सकते है। अगर खतरों की बात करें, तो इससे साइबर अटैक, बरोजगारी, मनुष्यों में आलसीपन, और बीमारियां बढ़ सकती है। हालांकि इसके काफी सारे फायदे भी हैं, जिसके बारे में हमने इस आर्टिकल में विस्तार से बात की हैं।
Q3. अगले 10 वर्षों में एआई कैसे बढ़ेगा?
उत्तर: अगले 10 वर्षों में औद्योगिक क्षैत्रों में एआई के उपयोग को देखा जा सकता है। इससे सभी औद्योगिक कार्य बहुत तेजी से होने लगेंगे। इसके अलावा इसका उपयोग स्वास्थ्य देखभाल, वित्त और परिवहन सहित विभिन्न क्षैत्रों में भी देखने को मिलेगा।
Q4. एआई कितना बुद्धिमान है?
उत्तर: वास्तविकता में एआई मनुष्य से ज्यादा बुद्धिमान नही है। क्योंकि मनुष्य के पास रचनात्मक क्षमता है, जो किसी मशीन को दे पाना मुश्किल है। इसके अलावा एआई मापदंडो के पूर्व निर्धारित सेट के भीतर विशिष्ट कार्यों को ही करने के लिए अच्छी तरह प्रशिक्षित होता है।
Conclusion – AI Kya Hai
एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पिछले कई दशकों से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। वैज्ञानिक इसके अच्छे और बुरे परिणामों को लेकर समय-समय पर चर्चा करते रहते हैं। आज दुनिया काफी तेजी से विकसित हो रही है, और इस विकास को गति देने और लोगों को बेहतर सुख-सुविधा देने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का भरपूर उपयोग किया जा रहा है।
माना कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य के जीवन को काफी आसान बना देगी। इससे मनुष्यों को बहुत सारे फायदे होंगे, लेकिन इसके साथ-साथ इसके बहुत सारे नुकसान भी हो सकते है। और इन नुकसानों का अंदाजा हम अभी बिल्कुल भी लगा सकते है। इसलिए एआई के निर्माण के साथ इसके लाभ और हानि दोनों को संतुलित करने की आवश्यकता है।
इस आर्टिकल में, मैने बताया कि एआई क्या है, और यह कैसे काम करता है। इसके अलावा मैने आपको एआई के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताया।